UPI Frauds ने बढ़ाया सिरदर्द, साल भर में आम लोगों के डूब गए करोड़ रुपए

हर छोटे बड़े ट्रांजैक्शन चाहे चाय के पैसे देने हो बच्चों की स्कूल फीस हो दोस्त या रिश्तेदार को पैसे ट्रांसफर करने हो या अस्पताल का बिल चुकाना हो हर जगह है यूपीआई चलता है यूपीआई का चलन बढ़ने के साथ ही बड़े हैं यूपीआई से जुड़े फ्रॉड के मामले पिछले कुछ सालों में लाखों लोग अपनी हजारों करोड़ों की गाड़ी कमाई इसी फ्लोर में डूबा चुके हैं यूपीआई फ्रॉड ने लोगों को अब तक कितने का चूना लगाया यूपीआई स्कैन का शिकार होने पर कहां और कैसे शिकायत करें लिए इस आर्टिकल में जानते हैं भारतीयों ने वित्त वर्ष 2024 के अप्रैल से सितंबर यानी की 6 महीने में यूपीआई जहर शादी में फर्स्ट कर 485 करोड रुपए कमाए हैं इस ड्यूरेशन में यूपीआई के कुल 6.32 लाख मामले दर्ज हुए हैं वित्त मंत्रालय के हालिया आंकड़ोंसे यह जानकारी मिली है 2022-23 में अब तक 27 लाख लोग यूपीआई फ्रॉड के शिकार हुए हैं और कुल मिलाकर उन्हें 2145 करोड रुपए का नुकसान हुआ है अकेले 2023 24 के दौरान 13 लाख से ज्यादा फ्रॉड के मामले दर्ज किए गए जिससे आम आदमी को 1087 करोड रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है वित्त वर्ष 2022 मित्र वर्ष 2022 23 दौरान यूपीआई के जरिए धोखाधड़ी का आंकड़ा 573 करोड रुपए था इतिहास देखें तो 1 साल में यूपीआई रोड से गवा गई रकम का आंकड़ा करीब बड़ा है वित्त वर्ष 2023 में यूपीआई फ्रॉड के 7.25 लाख मामले दर्ज किए गए थे हालांकि यूपीआई ट्रांजैक्शन के नंबर और वैल्यू की तुलना में यूपीआई से जुड़े वाले लेनदेन का आंकड़ा काफी कम है मौजूदा वित्त वर्ष में सितंबर तक यूपीआई से 50.6 अब ट्रांजैक्शन के जरिए 122 लाख करोड रुपए की पेमेंट किए गए हैं 1 साल पहले यानी की फाइनेंसियल ईयर 2024 के दौरान 131.12 अब ट्रांजैक्शन दर्ज हुए जिनके जरिए करीब 200 लाख करोड रुपए का लेनदेन हुआवित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में एक सवाल के जवाब में बताया कि यूपीआई ट्रांजैक्शन फ्रॉड समेत दूसरे पेमेंट फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार आरबीआई और एनपीसीआई की ओर से समय-समय पर विभिन्न पहल की गई है इनमें कस्टमर के मोबाइल नंबर और डिवाइस के बीच डिवाइस बाइंडिंग पिक के जरिए टू फैक्टर वेरिफिकेशन ऑथेंटिकेशन डेली ट्रांजैक्शन लिमिट जैसे कदम शामिल है आरबीआई ने मार्च 2020 में सेंट्रल पेमेंट फ्रॉड इनफॉरमेशन रजिस्ट्री यानी कि क फिर की शुरुआत की थी पेमेंट से जुड़ी धोखाधड़ी की जानकारी देने के लिए एक वेब आधारित रजिस्ट्री है सभी रेगुलेटेड एंटी के लिए पेमेंट फ्रॉड से जुड़े मामलों की जानकारी क फिर पर देना जरूरी है वित्तीय साइबर क्राइम के शिकार लोगों के लिए गृह मंत्रालय ने नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल यानी कि साइबर क्राइम.gov.in और नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया है इसके अलावा ग्राहक ऑफिशियल कस्टमर केयर वेबसाइट या बैंक की ब्रांच में भी फाइनेंशियल फ्रॉड की जानकारी दे सकते हैं वहीं दूरसंचार विभाग में संचार साथी पोर्टल पर चक्षु फैसिलिटी शुरू की है जिसके जरिए लोग फ्रॉड की नीयत से की जाए कॉल और एसएमएस की शिकायत कर सकते हैं यूपीआई फ्रॉड समेत अन्य फाइनेंशियल फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है किसी भी अनजान शख्स के साथ फाइनेंशियल और पर्सनल डिटेल्स सजा आप ना करें शक होने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या पोर्टल पर शिकायत करें आप जितना अलर्ट होंगे उतना ही आप सेफ रहेंगे

 

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