Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद भी विरोध की चिंगारी नहीं थम रही है एक तरफ मुर्शिदाबाद जल रहा है तो दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना में मुस्लिम समुदाय ने सड़कों पर उतर कर जोरदार हल्ला बोल कियायह तस्वीर बता रही है कि वक्त कानून के खिलाफ अभी गुस्सा बरकरार है यहां तक की उन्होंने रोड को भी ब्लॉक कर दिया और कहा कि वक्त कानून वापस लिया जाना चाहिए हम इस कानून को नहीं मानते हैं
मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पे
बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पे का गुस्सा साफ तौर पर दिखाई दे रहा है और वह लगातार वक्त कानून को वापस देने की मांग बढ़ने हैं आपको बता दे कि बंगाल में मुर्शिदाबाद के बाद अब दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी शहर में हिंसा भड़क गए चारक पूजा कर रहे लोगों पर हमने की घटना के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के अधीन वार्ड नंबर 4 के ज्योति नगर इलाके में दो पक्षों के बीच में भिड़ंत हो गए जिससे पूरा इलाका गरमा गया घटना की जानकारी मिलते ही सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में दो कंपनी रेप के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तरह की गई पूरे इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है
दोनों पक्षों के बीच में जमकर पत्थर बाजी
स्थानीय लोगों से मेरी जानकारी के अनुसार दोनों पक्षों के बीच में जमकर पत्थर बसी हुई इसमें कुछ लोगों को छोटे भी आए कई घरों में कांच की खिड़कियां टूट गई इससे पहले बंगाल में मालदा के मोटा बड़ी और मुर्शिदाबाद शहर में हिंसा की घटनाएं हो चुकी है मुर्शिदाबाद में तो अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है जिसके बाद बीएसएफ की और सीआरपीएफ की कंपनी को तैनात किया गया है बीएसएफ के आठ टीम तैनात की गई है और रोकने की पूरी तरह से कोशिश की जा रही है लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया की सेवा भी बंद कर दी गई थी और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई थी लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और बाजार पहले की तरह सामान्य तौर पर खुल रहे हैं जैसे लोग हल्की-फुल्की राहत की सांस ले रहे हैं लेकिनफिलहाल यह पूरी तरह से कहा नहीं जा सकता कि वक्त कानून को लेकर छोरी तरह से शांत हो गए क्योंकि बंगाल के ही अलग-अलग क्षेत्र से हिंसा की खबरें लगातार सामने आ रही है मुर्शिदाबाद के बाद अब दक्षिण 24 परगना ने भी मुस्लिम समुदाय सड़कों पर उतर आए हैं और जोर-जोर से वक्त कानून के खिलाफ हल्ला बोल कर रहे हैं उनका साफ तौर पर कहना है कि जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक विरोध किया चिंगारी जलती रहेगी